जीवन में प्रार्थना का महत्व किसी से छुपा नहीं है . व्यक्ति जब जिन्दगी की जंग में हार जाता है तो वह अपने ईष्ट से प्रार्थना करता है और अगर हमारी प्रार्थना सच्चे मन से निकली होती है तो फिर स्वाभाविक है कि प्रार्थना पूर्ण हो जाये .....लेकिन भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए जब हम प्रार्थना करते हैं तो हम वास्तविक प्रार्थना से दूर होते जाते हैं ....वास्तविक प्रार्थना है खुदा से खुदा को मांग लेना ....जब खुदा हमारा है और हम खुदा के हैं तो फिर क्या दुःख और कैसी परेशानी ....! आओ ऐसी प्रार्थना करें ..जिसमें सबका भला हो ..सबकी ख़ुशी हो ....!
दाता करना कृपा , खुली रखना हमारी निगाहों को
करते हैं हम भूल , बख्श लेना हमारे गुनाहों को
तेरे दर आये हैं हम , झोली खाली - पसारी
सेवा-सुमिरन-सत्संग से, तूने किस्मत संवारी
झुकना सीख जाएं हम , झुकना जिंदगी है
झुकने में है भला सबका, झुकना तेरी बंदगी है
man se nikali sunder prarthana ...
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen.
चाहत अपने राम की, केवल सुमिर प्रभाव ।
जवाब देंहटाएंजीवन भर बढ़ता रहे, प्रभु चरणों का चाव ।
प्रभु चरणों का चाव, एकता भाई चारा ।
हो विनम्र हम राम, हृदय में हो उजियारा ।
मिला सत्य का साथ, मनुजता चली पनपने ।
बन चरणों की धूल, समर्पित केवल अपने ।।
मनोभावों को बेहद खूबसूरती से पिरोया हैआपने....
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई।
झुकना सीख जाएं हम , झुकना जिंदगी है झुकने में है
जवाब देंहटाएंभला सबका, झुकना तेरी बंदगी है
समर्पण भाव को समेटे सुन्दर पंक्ति ....केवल जी..
अरदास है हमारी , हमें अपना बनाये रखना
जवाब देंहटाएं'केवल' अपने चरणों की धूल में सजाये रखना ………समर्पण भाव से ओत प्रोत प्रार्थना ही सार्थक होती हैं।
प्रत्येक शब्द समर्पण का भाव लिए ...उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंयही भक्तिभाव बना रहे।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव अभिव्यक्ति,बेहतरीन सटीक रचना,......
जवाब देंहटाएंMY RESENT POST... फुहार....: रिश्वत लिए वगैर....
beautiful thoughts :)
जवाब देंहटाएंझुकना सीख जाएं हम , झुकना जिंदगी है
जवाब देंहटाएंझुकने में है भला सबका, झुकना तेरी बंदगी है
बिलकुल सच...बहुत सार्थक और भावमयी प्रार्थना...
अरदास है हमारी , हमें अपना बनाये रखना 'केवल' अपने चरणों की धूल में सजाये रखना ....
जवाब देंहटाएंयही सन्मति सभी को मिलती रहे.
sunder prarthana ...
जवाब देंहटाएंझुकना सीख जाएं हम , झुकना जिंदगी है
जवाब देंहटाएंझुकने में है भला सबका, झुकना तेरी बंदगी है
सचमुच यही है वास्तविक प्रार्थना खुदा से खुदा को मांग लेना... सबकी ख़ुशी में अपनी ख़ुशी सच्ची बंदगी... सुन्दर समर्पण के भाव....
अरदास है हमारी , हमें अपना बनाये रखना
जवाब देंहटाएं'केवल' अपने चरणों की धूल में सजाये रखना
बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना...
सादर
अरदास है हमारी , हमें अपना बनाये रखना 'केवल' अपने चरणों की धूल में सजाये रखना
जवाब देंहटाएंयही भक्तिभाव हमेशा बना रहे यही दुआ है ...बेहतरीन प्रस्तुति.....केवल जी
बहुत ही सुन्दर
जवाब देंहटाएंऔर बेहतरीन रचना:-)
हर प्रार्थना का एक level होता हैं |
जवाब देंहटाएं१] खुद के लिए प्रार्थना -बहुत शक्तिशाली
२]किसी अपने के लिए प्रार्थना -और ज्यादा शक्तिशाली
३]सम्पूर्ण ब्रम्हाण्ड के लिए प्रार्थना -परम शक्तिशाली
हमारा अवचेतन मन हर सकारात्मक प्रार्थना को ग्रहण कर लेता हैं और वैसा ही परिवर्तन लाता हैं |जैसा हम जीवन चाहते हैं ,उसी तरह की प्रार्थना करनी चाहिये |आपका लेख बहुत सुंदर लगा आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया अब रोज आऊंगा |
बहुत सुंदर , पावन स्तुति....
जवाब देंहटाएंझुकना सीख जाएं हम , झुकना जिंदगी है
जवाब देंहटाएंझुकने में है भला सबका, झुकना तेरी बंदगी है ...
अनमोल शब्द हैं ... जीवन का असली सार झुकने में ही है न की झुकाने में ...
bahut sundar praarthna
जवाब देंहटाएंbahut khoob.....
जवाब देंहटाएंbahut achcha sandesh....
जवाब देंहटाएंएक सच्ची प्रार्थना, जो अवश्य ही ईश्वर तक जरूर पहुंची होगी..........
जवाब देंहटाएंझुकना सीख जाएं हम , झुकना जिंदगी है
जवाब देंहटाएंझुकने में है भला सबका, झुकना तेरी बंदगी है
wahhhh.......antarman khil utha,
mano fir se tretayug aa gaya ho
v.v. thanks Ramji.